बंगाल की खाड़ी में फिर बन रहा चक्रवात, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

 


भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को कहा कि 23 या 24 अक्टूबर के आसपास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र सप्ताहांत तक चक्रवात (Cyclone) में बदल सकता है। आईएमडी के भुवनेश्वर केंद्र ने एक बयान में कहा कि सोमवार को दक्षिण अंडमान सागर और पड़ोस के ऊपर बना चक्रवाती (Cyclone) परिसंचरण अब उत्तरी अंडमान सागर और पड़ोस पर बना हुआ है। इसके प्रभाव से अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण-पूर्व और इससे सटे पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। सिस्टम के पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और 22 अक्टूबर की सुबह मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक डिप्रेशन में केंद्रित होने की संभावना है।

23-24 अक्टूबर को बारिश की संभावना 

मौसम केंद्र ने भविष्यवाणी की है कि इसके बाद पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में और तेज होने की संभावना है। कोई बड़ा मौसम नहीं होगा लेकिन 23 अक्टूबर की सुबह तक ओडिशा में अलग-अलग बारिश की गतिविधि की संभावना है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मौजूदा मौसम प्रणाली के 23 या 24 अक्टूबर के आसपास चक्रवात का रूप लेने की संभावना है।

हालांकि, उन्होंने कहा, “हमने आसन्न चक्रवात की तीव्रता और संभावित क्षेत्र की भविष्यवाणी नहीं की है क्योंकि यह अभी तक कम दबाव के क्षेत्र का आकार नहीं ले पाया है।” उन्होंने कहा कि आईएमडी सिस्टम की बारीकी से निगरानी कर रहा है। उपर्युक्त प्रत्याशित प्रणाली के प्रभाव में, 22 अक्टूबर की सुबह से पश्चिम-मध्य से सटे पश्चिम-मध्य के गहरे समुद्र क्षेत्रों में सतही हवा की गति 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। इसलिए मौसम कार्यालय ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे 22 अक्टूबर की सुबह से अगली सूचना तक पश्चिम-मध्य से सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के गहरे समुद्र के क्षेत्रों में न जाएं।

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